सोचने पर मजबुर करेंगी यह छोटी पटकथा आपको -मां का ताबीज

 

यह प्रेरणादायक लघु कहानी रजिन्दर और दीपा के आसपास घुमती है,जो farmer है और एक Small Village में रहते है.दुसरी तरफ यह उम्मीद पर कहानी है, जो की आपको एक Massage देती है,आपको एक प्रेरणा देती है ,कोई भी कार्य बडा – छोटा नहीं होता है.

 


सोचने पर मजबुर करेंगी यह छोटी पटकथा आपको -मां का ताबीज

1.रजिन्दर ……….   Rajinder Singh. 
2 काका …………….Kaka farmer.
3.आलू …….. ……  साईकिल वाला  Mother anita.
4.दीपा देवी….. ……रजिन्दर की बीबी.


 

 सोचने पर मजबुर करेंगी यह छोटी पटकथा आपको -मां का ताबीज | motivational stories in hindi for students
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गांव Roopgarh इसको किसानों का गांव भी कहते है,वो इस लिए की यहां के ज्यादा तर लोग Farmer है और खेती उनकी रोजी – रोटी का एक मात्र सधान है,जो Rich है,उनके पास Traitor और जो गरीब है उनके पास बैंल और वो बैलांे के साथ ही खेती करते हेै.

 
सुबह का समय है और किसान खेत में काम कर रहा है,पास ही बैंल खड़े है,पास के खेत में दुसरा किसान हल बाह रहा है।
 
 
रजिन्दर …[दूसरे किसान से] …. “और ठीक है …काका।”
 
 
काका ……..”हां ठीक हूं रजिन्दंर भाई और सूना तू कैसा है।?”
 
 
रजिन्दर ……”हां बस ठीक है ……उपर वाला दो व्क्त की रोटी देते रहे यहीं बहूत है।”
 
 
काका ने हल चलाते – चलाते हां में सिर हीला दिया और बाद में हल को वहीं पर छोड़कर वहां से मोटर की तरफ चला गया।
 
 
रजिन्दंर …..[जाते हुऐ काका से ] … ” कहां जा रहे हो भाई “
 
 
काका ……….[ ने जाते जाते कहां ] ……. ” अरे पानी लाना के लिए जा रहा हूं”
 
 
रजिन्दर ने काम करते – करते अपनी कीमज की जेब में हांथ मारा देखा की Mother की दी गई चीज जेब pocket में हीं है,बाद में उसने जेब से बाहर निकाली तो रजिन्दर की मां ने उसको छोटा सा तबीत दिया था और उसको हमेशा पास रखने के लिए बोला था.
 
 
 
लेकिन, दुख की बात उसकी मां अब इस Duniya mein नहीं,वैसें रजिन्दर की भी उर्म 45 साल से उपर हीं है,मां दूबारा दिया गया लोक्ट को रजिन्दर हमेशा अपने पास ही रखता,कभी उसको अपने आप से दूर नहीं करता था. 
 
1.खाना खाते समय.
2.सोते समय.
3.काम धन्धा करते समय.
 
 
क्योंकि उसकी मां ने उसको पास रखने के लिए हीं बोला था। काम धंन्धा खत्म करने के बाद Rajinder ने पास पडी कहीं को उठाया और जेब से Machis निकालकर छूकी घास को आग लगा दी.
 

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बाद में रजिन्दर वहां से चला गया और मोटर { Tubewell Rooms } के कमरे में से Cycle निकाली और आगे चल पडा कहीं को उसने अपने कंन्धे पर हीं रख लिया.
 
 
 
रज्निदर …….. “अरे ओ भाई काका मैं तो चला गांव को।”
 
काका ……….. ...ठीक है भाई”
 
 
 
लेकिन,रजिन्दर थोडा सा आगे गया,उसको साईकिल चलाते हुऐ, ऐसा महिशुश हो रहा था की उसका पहिले से ज्यादा जोर लग रहा है।
 
 
रजिन्दर……अरे ..साला जोर इतना काहं को लग रहा है पहिले से……ऐसा जाप रहा है की मानों कोई मुझे साईकिल चलाने से रोक रहा हो।
 
 
 
लेकिन,रजिन्दर ने जैसे हीं नीचे की और देखा,तो पता चला की साईकिल तो टाईर पैंचर है.
 
 
रज्निदर .. “अरे साला पैंचर हो गया…चल भाई अब पैदल ही चल।”
 
 
रजिन्दर पैदल चला जा रहा है और चलते — चलते वो गांव पहुंच गया और साईकिल को उसने Cycle mechanic  के आगे खडा कर दिया.
 
 

 
 

 
 
आलू ……अरे …चाचा क्यां हुआ ….साईकिल होते हुऐ भी पैदल चले जा रहे हौ ?
 
रजिन्दर………अरे नीचे की तरफ देखोंगे तो पता चल जाऐगा।
 
 
 
आलू साईकिल ठीक करते नीचे की तरफ देखा :-” अरे …..टाईर में तो हवां हीं नहीं …पैंचर करके लाऐ हो चाचा।”
 
 
रजिन्दर …….” कब तक ठीक कर दो गे इसको।”
 
 
 
आलू साईकिल को खडा करता बोला :- ” शांम तक हो जाऐगा चाचा….नहीं तो अभी पैंचर लगा देता लेकिन इसको ठीक कर रहा हूं।”
 
 
रजिन्दर .. ” यह लो।”
 
 
आलू …. ” अरे आपकी साईकिल को कोई नहीं लेकर जाने वाला चाचा।”
 
 
रजिन्दर कुछ नहीं बोला और आगे की तरफ चला गया.
 
 

Part no:-02  प्रेरणादायक लघु कहानी

रजिन्दर कुछ ही पल में घर आ गया, जिस गली में उसका घर है वहां गली में बैठा कुता उसको देखकर भैंकने लगा.

जिन्दर …… “अबे ओ सवरे हमारी रेटी खा कर हमें ही भैंकने लगा ..बेटा आज से तुम्हारी रोटी बंद”

बाद में उसने दरवाजा का कुडा खडकाया,कुछ पल के लिए इंतजार किया की कोई आकर अंदर से दरवाजा खोल देगा,लेकिन कोइ्र नहीं आया उसने दूसरी बार दरवाजा का कुणडा खडकाया फिर कोई नहीं आया और आखिर में वो दीवार से कुद jump कर अंदर आ गया.

 

कहीं को पास दीवार के कोने में रख दिया और पास पडी Bed पर आकर बैठ गया,तभी अंदर उसे उसकी बीबी दीपा देवी आई.

दीपा देवी ……….“अरे …आप अंदर कैसे आ गए?..मैंने तो अंदर से दरवाजा बंद किया था।”

रजिन्दर चारपाई पर लेटते बोला

“दीवार कुद कर अंदर चला आया …तुम लोगों को #tiktok टिकटोक से फूरसत मिले तब नां जब देखों इस में गुसी रहती हो…कोई काम धन्धा है नहीं.

यह लड़कियां किस तरहां की गंदी हरकते करती है …अपने आपको महशूर होने के लिए की देख कर खुद को शर्म आती है…और घर वालों को यह नहीं पता की हमारी लड़की  किस तरहां की गंदी वीडियों डाल रही है।

 

दीपा अंदर की तरफ जाती — जाती बोली

“ऐ जी …आप काहों को अपना मुड खराब करते हो ….जो करेंगा सो भारेंगा।”

बाद में दीपा पानी का गिलास लेकर आई.

 

दीपा …“ऐ जी …पानी पी लों।”

रजिन्दर …”गडे वाला है नांं।?

दीपा …..हां बाबा हां ।

रजिन्दर जैसे ही पानी – पीने लगा तो देखा की पानी में ​मंखी मरी है रजिन्दर नां में सिर हीलाने लगा.

रजिन्दर ………..मुझे लगता है तुम अभी टिकटॉक पर हीं घूम रही हो।

दीपा …………. ” किया हुआ जी।”

रजिन्दर …… ” खुद देख लों।”

दीपा ………….” हाऐ राम जी ..मंखी कहां से आ गई।”

रजिन्दर ………” कितनी बार बोला है …काम आॅखों खोल कर किया करों…जब देखों #टिकटॉक में गुसी रहती हों।”

कुछ समय के बाद वो पानी ले आई.

दीपा ………….” ऐ जी गुस्सा काहे को होते हो …मैं नया पानी लाती हूं।…….अभी- अभी खबर #news चल रही है की #टिकटॉक की जानी मानी लड़की  ने खुदकुशी कर ली है…यह भी ख़बर है की उसको काफी सारे यांनी की 10- 12 लाख के आस पास फॉलोवर्सो थे……और एक मैं हू जिसका कोई भी फैन नहीं है।”

 

रजिन्दर …” बढ़ा में जाऐ तुम्हारा टिकटॉक समझी “

बाद में वो चारपाई पर लेट गया.

 

रजिन्दर .. ….. ” यह लों मां का तबीज दीवार पर टॉंग दों।”

र​जिन्दर ने जैसे ही जेब में हाथ डाला उसको जेब में ताबीज नहीं मिला,ऐसा होने से उसके मुंह का एक दम रंग उढ गया।

 

रजिन्दर ……………. ” मां का ताबीज कहां चला गया।”

दीपा .. ………… ” क्यां हुआ जी ?”

रजिन्दर ………. ” मां का तबीज लगता है कहीं गिर गया। “

दीपा …………….. ” हाऐ राम जी ..कहीं गिर तो नहीं गया रास्तें में।’

रजिन्दर ………….” ऐसा हीं लगता है…मैं खेत जाता हूं।”

दीपा ………………….” मैं भी चलती हूं।”

 


Part no:-03  short inspirational stories with morals in hindi

दोनों खेत पहुंच गए Evening time है,वहां आस पास कोई नहीं,दोनों ने खेत में मां का तबीज को ढूढ़ना चालू start कर दिया,ऐसा करते उनको शांम से अंन्धरा हो गया और वो खाली हाथ उदास मुंह लिए घर लोट आऐ.

 


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पास पडी चारपाई पर Rajinder आकर सो गया और Deepa अंदर की तरफ चली गई। सुबह होती है,रजिन्दर उठा और पास के पेड से दांतन ली और उसको मुंह में डाल कर खेत की तरफ चला गया. After the some time वो खेत आ गए.

रजिन्दर …………  ” कहा जा सकता है तबीज…मैंने कभी भी उसको अपने आप से दूर नहीं किया…लेकिन आज पता नहीं कैसें।”

 

बाद में उसने दांतन की हाथ मुंह धोने के बाद बैठ गया समाने एक औरत चली आ रही है।

 

रजिन्दर … ” यह कहीं दीपा तो नहीं …लगता है चाय लेकर आ रही है महारानी।”

कुछ समय के बाद दीपा वहां पर आ गए हाथ में चाय का बरतन है दोनों ने चाय पी।

 

बाद में वो दोनों फिर से ढूढ़ने लगे और ऐसा करते करते सुबह से शांम हो गए आखिर कार वो दोनों थक कर वहीं खेत में बैठ गऐ।

रजिन्दर ……………   मुझे नहीं लगता की हमें मिलेगा।”

दीपा …………….       नहीं हम ढूढ़गें…………….मरते दम तक हम ऐसे हिम्म्त नहीं हार सकते।”

दीपा …………….       एक बात बताऐ …….तुमने खेत में काम करते समय लॉक्ट जेब से निकाला था कियां।”

रजिन्दर ………………” हां देखा तो था…मुझे लगता है की वापिस जब मैं उसको जेब में डालने लगा तो वो जेब में नहीं डला।”

 दीपा ………………..   तो तबीज यहीं पर होगा….इसके बिना और कहीं नहीं गिर सकता।”


 

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वो दोनों फिर से ढूढ़ने लगे ऐसा करते-करते उनको दोपिहर हो गई आखिर हार मिल गया।

दीपा …………… ” अरे यह रहा देखों।”

रजिन्दर जो की हिम्म्त हार कर एक तरफ बैठ गया था भाग कर उसके पास आया।

रजिन्दर …….  “हां ..मिल गया भगवान का धन्यावाद….चलों अब घर चलते है।”

बाद में दोनों खेत से घर की तरफ चले गए अंन्धरे ने अकाश को अपनी चपेट में लेने शुरू कर दिया था।

 


अंत में …   motivational speech in hindi written.

अगर आप रजिन्दर की तरहां हिम्तत हार demonetisation कर बैठ गए,तो आप जो बनना चाहते हो वो आप नहीं बन सकते।

अगर दीपा भी रजिन्दर की तरहां हार मान लेती तो उनको लॉकट कभी नहीं मिलता,लेकिन उसने हिम्म्त नहीं हारी वो लगी रही।

क्योंकि उसको विशवास believe  था,की वो एक दिन लॉक्ट को ढूढ़ लेगी और उसी तरहां आपने चलते जाना है अपनी मंजिल की तरफ एक नां एक दिन आप पहुंच जाउॅगे।

 


हम आपसे पछूते है…यह रचना { hosla badhane wali short story | motivational story in hindi} आपको कैसी लगी.if you like this post then please share with friends and family members.

1.अच्छी लगी।?
2.आपने इससे क्या सीखा।?
3.क्यां इसमें कोई सुधार की जरूरत है।?

आपने जवाब को नीचे दिऐ कमेंट बॉक्स में लिखे आपके जवाब का इंतजार रहेगा।


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