शार्ट मोरल स्टोरी इन हिंदी -टाइम वेस्ट

 

चना शार्ट मोरल स्टोरी इन हिंदी -टाइम वेस्ट Ravinder Singh और Sadhu  के इधर गिरद घुमती है.रविंदर सिंह पंजाब के गांव में रहने वाला लड़का है और साधू जो की एक वर्कशाॅप में काम करता है।. 

शार्ट मोरल स्टोरी इन हिंदी -टाइम वेस्ट


यह रचना कालपिना पर आधिरत है,जिसका वासितव में किसी से इसका कोई लेना — देना नहीं,यदि ऐसा होगा तो उसे एक संयोग यां फिर घटना माना जाऐगा।

Story Character of सचियां ते ख़रिआं गल्लां कहानी -टाइम वेस्ट  कहानी के पात्र 

1.Ravinder Singh

2 Sadhu 


Part no 1 :- शार्ट मोरल स्टोरी इन हिंदी -टाइम वेस्ट

लिखते — लिखते जब पैन टेबल से Table se नीचे जा गिरा और जैसे हीं उसको उठाने के लिए मैं नीचे की और झूका तो अचानक नज़र समाने दीवार पर लगी घडी {watch } की तरफ गई।

 

तो देखा,की घडी तो रात के बारा बजे { midnight time }का समय दे रही ऐ,किताब को बंद किया और कुर्सी {Chair } को थोडा पीेछे की औ थेकलते हुऐ अपने कमरे की तरफ { Room} चला गया।

 

सुबह के समय { morning time } जब अचानक आॅख खुली तो देखा की घडी तो सुबह के 8 बजे का समय बता रही है।

 


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मोटिवेशनल स्टोरी इन हिंदी-जीत गया


 

तभी लात से रजाई की नीचे की और मारा बिस्तर से { bed se } एकदम कूद कर बाहर की तरफ भाग आया।

 

बादरूम में गया तो जैसे हीं टूटी को खूला उसमें पानी { Water } नहीं आया सोचा लगता है टंकी में पानी नहीं है। तो मोटर { village Motor } को चलाने के लिए बाहर की तरफ भागां।

 

मां { Mother } यह सब चूल्हे पर बैठी देख्र रही थी, क्योंकि {because } मैं #पंजाब के गांव से हूं और हम लोग खेतों में रहते है नां की शहर के किसी कोने में यां फिर किसी कस्बे में।

 

यहां सुबह के समय जो हमारे खोतों का नज़रा होता है उसको मैं श्ब्दों में तो ब्यान नहीं कर सकता ,लेकिन हां एक छोटी सी फोटें के साथ आप से जरूर साझा कर सकता हूंं।


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मां ………….क्यां है पागलों की तरहां इधर से उधर भागा जा रहा है। ?

मैं …………..टंकी में पानी नहीं डाला आप लोगों ने क्यां ?

मां ………….भूल गए हम लोग।

मां ………….मोटर चला दे नां …….पांच मिन्ट में टंकी भर जाऐगी।

मैैं……………कहां से चलाउ।

मां ………….क्यां हूआ ?

मैं …………..बिजली नहीं है।

मैं…….अब कैसे नहाउ ?

मां …..ऐसे हीं तैयार हो जा।


2.Motivational story in punjabi

उसके बाद मैं जैसे- तैसे करके पानी वाले गेल { water tank } में खडे पानी से हाथ मूंह धे लिए और बाद में तैयार { ready } होने लगा।

 

कुछ सयम के बाद { after the some time } खाना खाने के बाद जाने के लिए मोटरसाईकिल स्र्टाट करने के लिए जैसे ही उसको किक मारने के लिए जॉबी { motorcycle key } को आॅन करने लगा तो देखा की जॉबी नहीं है।

मैं ……….नां में सिर हीलाते खुद से ……अब जाबी का गिर गई।

मैं……….मां से …..मां …ओ …मां।

मां …….अंदर जाती …..क्यां है ?

मैं ……..मोटरसाईकिल की जॉबी कीथे आ।

मां …….मैनू की पता।


3.स्टोरी इन हिंदी फॉर चाइल्ड

बाद में मैं जॉबी को ढूढ़ने लगा घडी पर समय देखा तो तेजी से भागा जा रहा था।

आज मेरी नज़र नीचे धरती पर गिरी हुई जॉबी { key } पर पडी मांथे पर हाथ मारते उसको उठाते बोला

अरे ….यह यहां पर किस ने फैंक दी।

बाद में जॉबी को उठाते हुऐ वहां से वापिस मोटरसाईकिल की तरफ चला गया,और घर से निकल गया।


मैं मजे से मोटरसाईकिल पर गाना गाता हुऐ अपने काम पर जा रहा हूं। कुछ दूर आगे जाने के बाद जो लड़का { boy } मुझे हर रोज एक हीं मोड पर खडा मिलता था वो फिर उसी चूराहे पर खडा है।

 

तभी अचानक { suddenly } मेरे फोन { phone } kee घंटी बजी मैंने उसी समय मोटरसाईकिल को एक तरफ किया और जेब से { pocket se } फोन निकाल पर सुन्ने लगा।

 

कुछ समय { after the some time } के साथ मेरे किसी के साथ बात चीत चली,बात करते — करते मैंने देखा की वो लड़का हर आते — जाते मोटरसाईकिल वाले को हाथ दे रहा है।

 

जब की कोई वो उसको अपने साथ बैठाने { sitting } के लिए तैयार नहीं है। कुछ समय { आफ्टर थे सम टाइम } के बाद मेरे फोन { cell phone } पर जो बात चली रही थी वो ख्त्म हो गई.

 

मैने बाइक {Bike} की किक मारी और उसकी तरफ चला गया,आगे जाकर मैंने उसके पास मोटरसाईकिल को रोक लिया.

 

मैं………….मैं तुमको यहां पर हर रोज इसी चुराहे पर खडा देखता हूं।

लड़का मेरी इस बात पर हल्का सा मुस्कराया { light funny } और कुछ बोला नहीं।

मैें………………..तुमको यहां पर हर रोज देखता हूं।

लड़का …………..मैं वर्कशॉप में काम सी रहा हू।

मै…………………तुम्हारे पास बाईक नहीं है क्यां।

लड़का …………..मेरे पास साईकिल { cycle } है ।

मैं…………………तो फिर तुम यहां पर खडा अपना samay बरवाद क्यों करते हो। ?

मैं………………….क्यां तुमको साईकिल चलाना नहीं आता है?

लड़का …………..ऐसी बात नहीं ….मुझे आता है।

लड़का…………..लोग मेरे मजाक उठाते है ….बोला है इस जमाने में भी cycle पर लाते मार रहा है।

लड़का…………..जबकी यह जमाना साईकिल का नहीं मोटरसाईकिल का है।

मैं………………..तुम लोगों की मत सुनों।

मैं………………..और दूसरी बात यहां पर तुमे खडा रहते कितना समय निकल जाता है।

लड़का ………….यहीं कोइ्र आधा — घंटा कभी — कभी इससे ज्यादा भी।

मैं ……………….तो फिर तुम अगर पैदल चल कर जाऐ …तो आधे घंटे में अराम से पहुंच सकते हो।

मैं……………….यहां से तुम्हारे वर्कशॉप कितनी दूरी पर है।

लड़का …………यहीं कोई 7 आठ किलोमीटर होगी।

मैं………..अगर तुम पैदल चल कर जाऐ,तो जल्दी पहुंच सकते हो और रास्ते में अगर कोई तुमको लिफट देता है तो उसको साथ तुम बैठ सकते हो.

मैं………………..यहां पर खडके रहकर तुम कवेल अपना टाइम बरवाद करते हो और कुछ नहीं।

मैं ………………तुमको एक बार कोशिश करनी चहिऐ।

लड़का हां में सिर हीलाते मोटरसाईकिल पर बैठ गया और हम दोनों आगे की तरफ चले गए।


अंत में……… 

यह कहानी से हमें यह सीख मिलती है की हमें अगर जीवन में कुछ करना है और कुछ बनना है तो कोशिश करते रहना चहिऐ दूसरी तरफ लोगों की बांतों पर ध्यान नहीं देना चहिऐ।


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