अब्राहम लिंकन का जीवन परिचय हिंदी में | Abraham Lincoln letter to his son’s teacher in hindi
अब्राहम लिंकन का जीवन परिचय हिंदी में :- आज दोस्तो हम निकल चुके हैं,ऐसे सफ़र पे जो बहुत ही दिलचस्प और रोमांचक होने वाला है,आज बात करेंगे एक ऐसी सोच के बारे में एक ऐसी शख्सियत के बारे में, एक ऐसे इंसान के बारे में जो दुनिया के लिए एक मिसाल | Example बना।
जिसने हर तरहं की छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी मुश्किल/Problems का डट के सामना किया और कभी भी किसी परेशानी को अपने रास्ते की रुकावट नहीं बनने दिया,सच बोलें तो उन के लिए शब्द कम पड़ जाए,तो हम बात करने जा रहे हैं.
दुनिया के सबसे महान नायकों में से एक “एब्राहम लिंकन Abraham Lincoln “जी के बारे में। जिन्होंने बाबा साहेब आंबेडकर जी की तरहं सिद्ध किया कि गरीब होना पाप नहीं गरीब मरना पाप है।
“एब्राहम लिंकन | ابراہم لنکن ” जी की भी कहानी बहुत हद तक बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर जी से मिलती जुलती है।
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बाबा साहेब जी की तरह ये भी बहुत गरीब परिवार | Poor family से थे, इनके पास भी पढ़ने के लिए किताबें | Books नहीं थीं, वो पढ़ने के लिए लोगों से Pustaken मांग लेते थे.
क्योंकि उनके पिता जी | Pita ji के पास उन्हें स्कूल | Skool भेजने के लिए Paise नहीं थे, पिता तो मजदूर थे ही पर वो भी उनके साथ मजदूरी करने जाते थे। लगभग नौ साल की उम्र में उन्होंने अपनी Maa को खो दिया।
इनको भी प्यार हुआ था,पर जिससे प्यार हुआ वो भी Bhagwan को प्यारी हो गई,वो लिखने के लिए कोएले की वरतो करते थे।
एक बार तो वो जिंदगी | Life से इतना तंग आ गए थे, कि वो चाकू छुरी से डरने लगे थे, कि कहीं वो खुद पर ही वार ना कर लें।उस समय दास प्रथा बहुत प्रचलित थी.
मजदूरों को खरीदा और बेचा जाता था, इनका जन्म 12 फरवरी 1809 में अमेरिका में हुआ,उनके थामस लिंकन और मां का नाम नैन्सी लिंकन था।
उनकी बड़ी बहन थी सारा , उनके माता – पिता की एक और औलाद थी, पर उसकी Life भगवान ने बहुत कम ही लिखी थी। वो एक लकड़ी के मकान में रहते थे।
Father अपने ही खेतों में काम करते रहते और एब्राहम को भी उनका साथ देना पड़ता था। Father नहीं चाहते थे, कि वो पढ़ने जाए। Time बीता और उन्होंने एक Dukaan में काम करना शुरू किया और ला की पढ़ाई भी Suru कर दी.
बाद में,उन्होंने पास वाले Gaon एक जज से उनकी किताबों को पढ़ने की इच्छा जाहिर की पर बदले में उस जज के House का काम करना पड़ा। फिर वो एक Post Master बन गए, जब उन्होंने लोगों की परेशानियों को समझा,
फिर राजनीति में आने का फैसला किया,वो पहला चुनाव हारे थे,दूसरी कोशिश में वो जीते और उन्होंने वकील का लाइसेंस मिला। वो गरीबों से फीस नहीं लेते थे 1842 में लिंकन की Shadi हुई उनके चार बच्चे थे।
जिनमें से तीन बचपन | Childhood में ही मर गए थे,उन्होंने बुरे वक्त से कभी समझौता नहीं किया,हमेशा डटे रहे,सभी की दुवाओं से उन्होंने आखिर राष्ट्रीय पद के चुनाव को जीता।
ऐसे महान नायक ने दुनिया को और मुसीबतों को बताया,कि बिना सामना करे और बिना लडे हक नहीं मिलते,हमारा भविष्य कैसा होगा ये हमारी प्रतिभा मेहनत और ईमानदारी पर निर्भर है,ऐसे महान इंसान को हमारा नमन है.
Abraham Lincoln letter to his son’s teacher in English
यहां नीचे Abraham Lincoln paragraph पत्र अंग्रोजी भाषा में दिया गया है,जिसको आप अपने दोस्तों के साथ साझा कर सकते हो.
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Abraham Lincoln letter to his son’s teacher in Hindi | अब्राहम लिंकन का पत्र हिंदी
यहां नीचे अब्राहम लिंकन का पत्र हिंदी में दिया है,जिसको आप हिन्दी में पढ़ सकते हो और आपको सरल भाषा में समझाने की कोशिश गई है और यह पत्र को आपको दोस्तों के साथ साझा कर सकते हो.
ਅਬਰਾਹਮ ਲਿੰਕਨ जी ने अपने बच्चे के लिए उसके Teachers को एक खत लिखा था, जिसमें शिष्टाचार के कुछ ऐसे नियम थे,जो बेनती करके उन्होंने अपने बच्चे को टीचर द्वारा सिखाने के लिए कहा गया था,जो इस प्रकार हैं।
{ अब्राहम लिंकन का पत्र इन हिंदी }
मेरा बच्चा पहली बार स्कूल अपनी जिंदगी का नया पड़ाव शुरू करने जा रहा है। कुछ समय के लिए उसके लिए ये सब अजीब और नया लगेगा मुझे उम्मीद है कि आप उसके साथ निमृता पूर्वक व्यवहार करोगे.
यही व्यवहार उसे दुनिया भर में ले जाएगा।इस जीवन को जीने के लिए विश्वास, प्रेम की जरूरत होती है। कृपया आप उसे वो चीजें हाथ पकड़कर सिखा सकते हो,जो उसे असल में जानना बहुत ही जरूरी है.
उसे बताओ कि सभी लोग अच्छे नहीं होते,हर दुश्मन के बदले एक दोस्त होता है। सभी सच्चे भी नहीं होते। एक विलेन के लिए एक हीरो होता है।एक डाॅलर की वजाए एक सैंट कमाना कहीं ज्यादा मूल्यवान है.
आप उसे सिखाएं कि स्कूल में नक़ल करने की वजाए फेल हो जाना बड़ी बात है।उसे हारने की शान, और जीत की खुशी मनाना सिखाईए। अच्छे लोगों से निमृता, और बुरे लोगों के साथ सख्ती रखना सिखाईए.
जितना ईश्वर दे उसमें ख़ुश रहना, और जलन से दूर रहना सिखाईए।एक महान देश के महान नेता ने ऐसे ही कई गुण टीचर को सिखाने के लिए कहा जो उसे एक अच्छा इंसान बनने में सहायता करें.
ये एक, महान नेता, महान इंसान और एक महान पिता की सोच थी।ये पत्र हरेक के जीवन को प्रभावित करेगा जो इसे अमल में लाएगा। इसी सोच ने उन्हें इतिहास के पन्नों में अमर कर दिया ऐसे महान इंसान को हमारा नमन है.
अब्राहम लिंकन के विचार | Abraham lincoln ke vichar in hindi
यहां नीेचे आप अब्राहम लिंकन के विचार को पढ़ सकते हो
पैसों की अमीरी दिल
की अमीरी से बड़ी नहीं हो सकती।।
दुनियां औरों को तुम्हारी
मिसाल दे,ऐसे बनो
तेरे आंसुओं को पोंचने की कोशिश
तुम्हें खुद ही करनी होगी
अपने जनून को सही दिशा देकर।।
तेरी ग़रीबी तेरी कमजोरी
नहीं,तेरा डर तेरी कमजोरी है।।
संघर्ष जीवन का आधार है,
जिंदगी को नई दिशा देने के लिए।।
हार को माऊसी ना समझो
हार से कुछ सीखो और खुश रहो।।
सूरज बन ऐ साथी
ताकि दुनिया को रौशन कर सके।।
डगमगाने कदमों को संभालना सीख
दुनिया बहुत चालाक है जिंदगी नर्क बना देती है।।
अब्राहम लिंकन भारत कब आए इसके बारे में बताइए ?
अब्राहम लिंकन भारत कभी आए