तोते और टाली के पेड की कहानी | जीवन को सीख देने वाली कहानी

घु कथा तोते और टाली के पेड की कहानी | जीवन को सीख देने वाली कहानी तेते और टाली के पडे की एक छोटी सी कहानी है जिसको पढ़ कर आपको सीखने को मिलेगा.

दूसरी तरफ यह आपकी सोच के ऊपर कहानी है, इसके बिना अगर आप कम उर्म के हो कहने का मतलब है,की यह बच्चों को सीख देने वाली कहानी भी रहेगी,जिसको पढ़कर हर कोई सोचने पर मजबुर हो जाऐगा.

तोते और टाली के पेड की कहानी | जीवन को सीख देने वाली कहानी

महिना सावन का है अकाश में हल्के — हल्के बादल छाऐ है,ऐसे लग रहा है की सावन महिने के पहिले दिन हीं बारिश होने लेगगी,सबुह होती है तोता का समूह में से एक Tota उठा और नीचे की तरफ देखने लगा.

क्योंकि,तोता का यह Group एक पथर पर पडे छूके और टूटे हुऐ पेड में रहा था,पहिला वाला तोता उठा और उसने कुछ समय के लिए उसने Bhagwan ka naam लिया और फिर अकांश की सैर के लिए निकल गया और काफी समय के बाद वो वापिस आया.

 

तोते और टाली के पेड की कहानी | जीवन को सीख देने वाली कहानी | मोटिवेशनल स्टोरी इन हिंदी फॉर स्टूडेंट्स
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राजू…….     सभी साथ वालों को देखते….अभी तक यह लोग नहीं उठे घडे बेचकर सोऐ है,सब के सब….किसी बात की कोई फिर्क नहीं

बाद में राजू ने सभी तोते को उठाया और सभी उठ गए.

 

राजू………… तुम लोगों को कोई चिंता है की नहीं.

बूढा तोता ………..राजू भाई किस के बारे में बात कर रहे हो?.

तीसरा तोता……………….हां — हां तुम  कहने क्यां चाहते हो.

 

राजू……….... सावन का महिना आ गया..

बूढा तोता………………तो क्यां हम भांगडा पाऐ.

राजू………...चूप करें सभी के सभी.

तीसरा तोता……………..तो तुम हीं बताओ सावन महिने का क्यां करना है ?.

राजू……………..…हम जिस पडे पर बैठे है वो बाढ की बजा से कभी भी बह सकता है.

बूढा तोता..... बात तो तुम्हारी ठीक है.

तीसरा तोता………….तो हमें नया घर ढूढ़ना पडेगा क्यां अब?.

 


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राजू………….. जी हां बिल्कुल सहीं कहा आप लोगों नेे.

सभी ने हां में हां मिलाई और वो नई घर को ढूढ़ने के लिए निकल पडे पास हीं टाली का पेड था तो वो पेड के पास जाते है.

 

राजू………………….और बाई टाली कैसे हो?

टाली का पेड ….. … … बस टाईम पास है बाई लोग और कहें कैसे आना हुआ ?

राजू ……………. बस आप से एक बेनती है.

टाली का पेड………….. कहें.

राजू …………………………क्यां आप हमें अपने यहां घर बनाना दे सकते हो?

टाली का पेड …………………………नहीं ….बिल्कुल नहीं.

बूढा तोता……….. देख भाई हमने तुम्हारी कई बार मदद की……………जब तुम छोटे थे तुमको पानी लाकर देते रहे प्यास लगने पर.

टाली का पेड ..………….. मैं माफी चहता हूंं.

राजू …………ठीक है भाई भलाई का जमाना हीं नहीं.

तभी वो अगले पेड के पास पहुचते है.

राजू ………… भाई राम राम.

पेड……...कोई काम है क्यां.

राजू ………… क्यां हम अपके यहां अपना घर बना सकते हो?

पेड………………….साला तुम लोग मेरे को सारी उर्म दुुख दते रहे चलों भागो यहां से.

तीसरा तोता……....ऐ पेड भाई गाली मत देना समझा देख लेगें……….. तुमको वक्त आने पर.

 


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तभी वो तीसरे पडे के पास आते है, पेड सो रहा है.

राजू…………...राम — राम भाई कैसे हो ?

पेड……………….अरे तेता भाई लोग …… आओ — आओ.

राजू……………….वो हमें आप से एक बात करनी है.

पेड……………..अरे कहे ना.

दूसरा तेता……………भाई घर बनाना है आपके यहां ?

पडे………………तो बना लो इसमें पूछने वाली बात कौन सी है.

सभी के सभी Tote खुस हो गए और उन्हों ने जल्दी से घर बना लिया,महिना सावन का है तो बारिश हा रही है.


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दो दिन बाद ….दो आदमी आते है,जिनके पास टराली है और वो टाली के पेड के पास आकर रूक जाते है और बाद में उन लोगों ने टाली के पेड को काटना शुरू कर दिया।

टाली के पडे ने दूसरे पडे के हाथो तेतो को Massage पहुचाया की वो इसकी बजा से उनको अपने यहां घर बनाना नहीं दे रहे थे,क्योकि वो  जाता था की अगले कुछ दिनों तक दो आदमी उसको काटने के लिए आने वाले है…….तोते इस बात को सुनकर हैरान रह गए.

 

The End……… Written by :- facebook.com/sukhwindersnghdhimaan


अंत में…………...

हमें इस छोटी रचना {तोते और टाली के पेड की कहानी | जीवन को सीख देने वाली कहानी} से सीख मिलती है…की जोभी Life में होता है वो साईद अच्छे के लिए होता है……….. जब की यह बात हमें नहीं पता होती,कवेल और कवेल भगवान इसके बारे में जानते है.

बात करें,टाली के पेड की तो अगर वो तेतों को घर बनना दे दता,तो इसकी तस्वीर शयद कुछ और होती….टाली का पेड अपनी जगा सहीं था ….हमारी जिन्दगी में भी कई बार ऐसा होता है……….. काई इंसान हमें मना कर देता है लेकिन क्यां पता इसमें आपका फयदा हो रहा हो और आप उसको भरा— भला कहने लगते hain.


धन्यवाद | Thanks for reading 


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